File not found
INSPIRATION

क्या चीन कोरोना के कहर को रोक सकती थी, जानिये चीन की पहली संक्रमित महिला का खुलासा


As we know there is no cure for coronavirus to date and our scientists and researchers are working day and night to get the cure. First of all, Alldatmatterz urge you to wash your hands regularly and take all precautions to stay away from the virus.


कोरोना वायरस
दुनिया में आग की तरह फ़ैल चूका हैं और इसका कहर कुछ इस कदर फ़ैल चूका है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा हैं। कोरोना वायरस के फैलने के पीछे जिस देश का नाम सबसे आगे आता हैं वो हैं - चीन का वुहान शहर। चीन के वुहान से यह वायरस पूरी दुनिया के देशों में फैल गया और अब इस महामारी के प्रकोप से निपटने के लिए सभी देश कार्यरत हैं। यह बात तो आप सब जानते है कि 6 लाख से अधिक लोगों को संक्रमित करने वाला और लगभग 30000 से अधिक मौतें देने कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से सब जगह फैला लेकिन क्या आप जानते है कि कोरोना वायरस से पीड़ित पहला मरीज़ कौन था।

आइये हम आपको बताते है कि कोरोना वायरस से पीड़ित होने वाली पहली मरीज़ एक महिला थी। यह महिला वुहान की सी फ़ूड मार्किट में काम करती थी। इस महिला का नाम वेई गुझियान हैं जो 57 साल की एक महिला है। यह महिला वुहान में झींगा बेचती थी और इस महिला को पेशेंट जीरो का नाम दिया गया।

 पेशेंट जीरो - वेई गुझियान

जब कोई नई बीमारी आती है तो उस बीमारी के लक्षण जिस वयक्ति में सबसे पहले दिखाई दते है उसे जीरो पेशेंट कहा जाता हैं। जिस व्यक्ति में सबसे पहले कोरोना वायरस बीमारी के लक्षण दिखाई दिए वो चीन के वुहान शहर की महिला वेई गुझियान थी। वैसे तो यह महिला पहली वो मरीज़ थी जो कोरोना वायरस से पीड़ित हुई थी लेकिन आश्चर्य करने वाली बात यह है कि यह महिला अब ठीक हो चुकी हैं। इस महिला का घर इस मार्किट से करीब 500 मीटर की दुरी पर था और इस महिला को सबसे पहले बुखार 11 दिसंबर में आया था। सामान्य फ्लू के लक्षण मान कर इस महिला ने एक छोटे से क्लिनिक में जाकर इलाज करवाया लेकिन 5 दिनों तक भी सुधार ना आने के बाद यह महिला दूसरे हॉस्पिटल यूनियन हॉस्पिटल में गई। उसके बाद करीब एक महीने इलाज चला और यह महिला पूरी तरह से ठीक हो गई।

 वेई गुझियान ने किया खुलासा

वुहान म्यूनिसिपल हेल्थ कमीशन के अनुसार,चीन के शहर वुहान में सी फ़ूड मार्किट में काम करने वाली यह महिला इस बीमारी की चपेट में आने वाली पहली महिला है लेकिन चीन के कुछ अन्य दस्तावेज़ों के अनुसार इस बीमारी के लक्षण एक अन्य व्यक्ति में देखे गए थे जिसको 1 दिसंबर को बुखार और फ्लू हुआ था। हालाँकि इस बारें में कोई स्पष्टिकरण नहीं हुआ हैं। वुहान म्यूनिसिपल हेल्थ कमीशन के अनुसार, 31 दिसंबर तक लगभग 27 मरीज इस बीमारी से संक्रमित हुए थे जिसमे से 24 सीफूड मार्केट से संक्रमित हुए थे, जहां पर यह महिला झींगे बेचती थी। पेशेंट जीरो - वेई गुझियान के अनुसार उन्होंने इस बीमारी के दौरान सार्वजनिक शौचालय का इस्तेमाल किया था जिसकी वजह से यह बीमारी अन्य लोगों में फ़ैल गयी। ब्रिटेन के द मिरर, सिडनी के न्यूज डॉट ऑस्ट्रेलिया के अलावा भारत में पीटीआई और आईएएनएस ने भी इस महिला के पेशेंट जीरो होने की रिपोर्ट दी है।

वही दूसरी और, चीन में बिकने वाला अखबार 'ग्लोबल मीडिया' यह दावा करता है कि कोरोना वायरस को अमेरिकी मिलिट्री लैब में बनाया गया है और अक्टूबर में वुहान में हुए वर्ल्ड मिलिट्री गेम्स के दौरान साइक्लिस्ट मजाट्जे बेनासी कोरोनवायरस को लीक करने का सोर्स बना था।

 क्या चीन कोरोना के कहर को रोक सकती थी - क्या कहना हैं वेई गुझियान का

वेई ने बताया कि जब वो यूनियन हॉस्पिटल में गई तो डॉक्टर्स को उनकी बिमारी को समझने में समय लग गया।  तब तक कुछ अन्य लोग भी इस बीमारी की चपेट में आ चुके थे। उस समय डॉक्टर्स ने सी फ़ूड मार्किट और इस महिला के कनेक्शन का खुलासा किया। उसके बाद इस महिला को क्वारंटाइन में भेज दिया गया। जब तक चीन वाले इस बीमारी को समझ पाते तब तक चीन के साथ साथ पुरे विश्व में ये वायरस फ़ैल चूका था। वेई गुझियान के अनुसार अगर चीन की सरकार कोरोना वायरस की गंभीरता को समझकर कुछ प्रिवेंटिव स्टेप ले लेती तो चीन में कोरोना वायरस के इतने केस नहीं होते। कोरोना वायरस से चीन में होने वाली भी मौतें शायद इतनी नहीं होती जितना आंकड़ा आया हैं। साथ ही इस वायरस को इतना अधिक फैलने से भी रोका जा सकता था।

अगर चीन की सरकार सही समय पर इस बात का खुलासा कर देती कि उन्हें पेशेंट जीरो  यानि सी फ़ूड मार्किट में काम करने वाली महिला  - वेई गुझियान मिल चुकी है तो यह बीमारी इतनी नहीं फैलती। चीन के प्रशासन ने लापरवाही बरती और इस महिला से इसके परिवार को और फिर दूसरे कई लोगों को संक्रमण हो गया। चीन के प्रशासन ने दिसंबर के आखिर में इस महिला को क्‍वारंटीन किया और इसे पहले चीन की सरकार में इस बात को खारिज किया।

ALSO READ : CORONA: हैकर्स उठा रहे हैं आपकी गलती का फायदा, जानिये कैसे बचना है