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CORONA: हैकर्स उठा रहे हैं आपकी गलती का फायदा, जानिये कैसे बचना है

As we know there is no cure for coronavirus to date and our scientists and researchers are working day and night to get the cure. First of all, Alldatmatterz urge you to wash your hands regularly and take all precautions to stay away from the virus.


इस समय पूरे विश्व में कोरोना वायरस का डर फैला हुआ है। इंटरनेट पर हमे कोरोना वायरस से जुडी सभी खबर मिलती रहती हैं। लेकिन आज के दौर मे कोई खबर कितनी सच्ची हैं इसका फैसला करना अपने आप मे एक मुश्किल बन गया हैं। ऐसा इसलिए क्योकि इंटरनेट पर हैकर्स की संख्या बहुत ज़्यादा बढ़ गयी हैं जिसके चलते किसी भी खबर पर विश्वास करना कठिन हैं। क्योकि हैकर्स ज़्यादातर ऐसे तरीकों का उपयोग करते है जिन पर आप आसानी से यक़ीन कर सके। ऐसी संस्थाओ का नाम इस्तेमाल करते है जिन आप कभी संदेह नहीं कर सकते। हैकर्स इस ही बात का फ़ायदा उठा कर डिवाइस को हैक कर लेते है और आपके पर्सनल डेटा को चुरा लेते है।

हाल ही मे सिस्टम्स एप्लाइड इंटेलिजेंस (साइबर सुरक्षा संस्था) द्वारा बताया गया कि  कुछ हैकर्स ने यक़ीन दिलाने की कोशिश करी कि वो सेंटर्स फॉर डिजीज कण्ट्रोल एंड प्रिवेंशन विभाग से है और साउथ कोरिया के इलक्ट्रोनिक बिज़नेस को ईमेल की जिसका शीर्षक "कोरोना वायरस ऑउटब्रेक एंड सेफ्टी मैसर्स इन योर सिटी (अर्जेंट) " था।  उस ईमेल के साथ कुछ फाइल्स भी अटैच्ड थी जिनको बाकी जानकारी का स्रोत बताते हुए डाउनलोड करने को कहा गया था।

एक और ईमेल के बारे मे बताया गया जिसमे हैकर्स ने दावा किया कि वो WHO और यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्रालय से है। ईमेल मे उपस्तिथ दस्तावेज़ से यह विश्वास दिलाने की कोशिश थी कि यूक्रेन मे कोरोना वायरस के 5 मामलों की पुष्टि है जबकि उस दस्तावेज़ मे मैलवेयर छुपे थे जिससे संस्था को भारी नुक्सान का सामना करना पड़ सकता था।

ऐसे कई तरीके है जिन से हैकर आपको अपने जाल मे फसा सकता है। हैकर आपको ऐसी चाल मे फसाना चाहेगा जिससे आप अपनी निजी जानकारी उसके साथ शेयर करे या अपनी निजी जानकारी आपको किसी वेबसाइट या वेबपेज पर इस्तेमाल करनी पड़े। ऐसा अक्सर बैंक अकाउंट या क्रेडिट कार्ड सम्बन्धी जानकारी को लेकर होता है। किसी बीमा योजना, पेंशन ट्रांसफर या हाई रिटर्न इन्वेस्टमेंट जैसा कोई अवसर दिखा कर हैकर आपको बेवक़ूफ़ बना सकता है। ऐसी सभी स्कीम से बचे जहाँ पॉलिसी हद से ज़्यादा अच्छी दिखती हो क्योकि अक्सर वह एक जाल होता है। कुछ रिमोट एक्सेस स्कैम होते है जहाँ आपको समझाया जाता है कि आपके कंप्यूटर या इंटरनेट मे कोई परेशानी है और आपको एक नए सॉफ्टवेयर कि ज़रूरत होगी अगर आप इसे ठीक करना चाहते है। आज कल व्हाट्सएप्प पर ग्रुप इन्वाइट लिंक के रूप मे भी हैकर अपना काम कर रहे है।

सॉफ्टवेयर के रूप मे मैलवेयर कंप्यूटर या फ़ोन मे प्रवेश कर लेता है और हैकर को सभी निजी डेटा तक पहुंचने कि अनुमति मिल जाती है। इसके बाद हैकर आपके डेटा के साथ कुछ भी कर सकता है। आपका डेटा चुरा कर उसका दुरूपयोग भी कर सकता है और ज़रूरी जानकारी को डिलीट भी कर सकता है।

 कैसे बचे:

1. हमेशा अपने कंप्यूटर और स्मार्ट फ़ोन के सॉफ्टवेयर को अप-टू-डेट रखे और कंप्यूटर मे एंटीवायरस इनस्टॉल करे। एंटीवायरस किसी अच्छी और भरोसेमंद कंपनी का ही होना चाहिए।

2. स्मार्ट फ़ोन मे सॉफ्टवेयर या एप्लीकेशन डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर या एप्प स्टोर का उपयोग करे और किसी भी अन्य वेबसाइट से सॉफ्टवेयर डाउनलोड न करे। साथ ही पब्लिक कम्प्यूटर्स का इस्तेमाल करने से बचे।

3. ऐसे पासवर्ड और पिन का इस्तेमाल करे जो सिर्फ आपको ही पता हो और किसी और के लिए अंदाज़ा लगाना मुश्किल हो। अपने पासवर्ड और पिन को फ़ोन या कंप्यूटर मे सेव न करे और एक समय अंतराल मे बदलते रहे।

4.  अनजान लोगो द्वारा भेजे गए लिंक वाले ईमेल और सोशल मीडिया मेसेज को ना खोले, सीधा डिलीट कर दें।

5. फ्री डाउनलोड वेबसाइट जैसे म्यूजिक, गेम्स, मूवीज, और एडल्ट साइट्स से बचे। ये सभी वेबसाइट आपके डिवाइस के लिए काफी हानिकारक साबित हो सकती है।

 इन सभी तरीकों का इस्तेमाल करके आप अपने डिवाइस को हैकर्स से बचा सकते है। 

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