कोलेस्ट्रॉल की समस्या एक ऐसी समस्या होती है जो आजकल हर उम्र के लोगों जैसे युवा, अधेड़ उम्र के लोग और
बुजुर्ग सभी के लिए खतरा बनती जा रही हैं। हालांकि कोलेस्ट्रोल शरीर की ज़रूरत होती है लेकिन जब शरीर में
इसकी अधिकता हो जाती हैं तो ये शरीर को नुक्सान पंहुचा सकता हैं और हमें इसकी वजह से कई अन्य बीमारियां
हो सकती हैं। कोलेस्ट्रॉल शरीर में विटामिन डी, हार्मोन्स और पित्त का निर्माण करके शरीर के अंदर पाए जाने वाले
वसा को पचाने में मदद करता है। हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल मांसाहारी भोजन जैसे अंडे, मांस, मछली और
डेयरी उत्पाद आदि के सेवन से बढ़ता है क्योंकि ये इसके मुख्य स्रोत होते हैं।
कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर में एक केमिकल कंपाउंड होता है जो जरुरी सेल के निर्माण और हॉर्मोंस नियंत्रण करने के
लिए जिम्मेवार होता है। जब यह शरीर में अधिक बढ़ जाता है तो शरीर को नुकसान होने लगता है। कई तरह की स्वास्थ्य
समस्याएं जैसी हार्ट डिज़िज़, हार्ट अटैक और पेरिफ्रेरल आर्टरी डिज़िज़ का खतरा हो जाता हैं। हाई कोलेस्ट्रॉल से
रक्तचाप बढ़ जाता है और साथ ही इसके कारण वजन बढता है जो अन्य समस्यायों को भी बढ़ाता हैं। ये शरीर में
रक्त के प्रवाह को भी कम करता हैं। सीने में दर्द, पेट में दर्द, पाचन तंत्र में पित्त पथरी आदि समस्याएं हाई
कोलेस्ट्रॉल के कारण होती हैं।
कुछ कोलेस्ट्रॉल गुड और कुछ बेड होते हैं। गुड कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर के लिए आवश्यक वसा के उत्पादन में और
वजन को नियंत्रित करने में मदद करता है। आपके शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालना बिल्कुल
महत्वपूर्ण है। एलडीएल या लो-डेंसिटी लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल सबसे खराब होते है, जो धमनियों में जमा हो जाते है
और रक्त की आपूर्ति को रोकते हुए मोटी वसा की परत जमा कर देते है।
यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने कोलेस्ट्रॉल का हर उम्र में ध्यान रखें। हालांकि हम अपनी जीवनशैली में कुछ
बदलाव करके एक लंबी और स्वस्थ जिंदगी जी सकते हैं लेकिन इसके लिए आवश्यकता है अपनी रोजमर्रा की
दिनचर्या में कुछ बदलाव करने की। आप इसमें बदलाव करके और कुछ अच्छी आदतें अपनाकर अपने आप को
स्वस्थ बनाए रख सकते हैं और इसके बढ़ने से होने वाली क्षति को रोक सकते हैं।
आइये जानते है आपको क्या करने की आवश्यकता है:
1.किसी भी उत्पाद को चुननें से पहले उसके लेबल की जाँच करें
अपने स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए सबसे जयादा महत्वपूर्ण है की आप इसको प्राथमिकता देने की कोशिश
करें। बिना भूलें जब भी किसी दुकान पर से कोई उत्पाद खरीदें तो उसके पीछे लगे लेबल की जांच करें और उसमे
उपयोग होने वाली सामग्री के बारें में जाने। उदाहरण के लिए, किसी उत्पाद की सामग्री में किसी अन्य खाने के
उत्पाद की तुलना में अधिक एलडीएल का स्तर अधिक होता है। यदि आपको किसी उत्पाद जैसे चिप्स, प्रसंस्कृत
खाद्य पदार्थ, बिस्कुट आदि में हाइड्रोजनीकृत तेलों के उपयोग का पता चलता है, तो खरीदने से पहले सोच लें। ऐसा
करने से आप हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या और दिल की समस्याओं से बच सकते हैं।
2. ज्यादा से ज्यादा पानी पी कर अपने आपको हाइड्रेटेड रखें
हाल ही में किए गए एक अध्ययन में यह पता चला है कि पानी का सेवन करने यानी एक दिन में कम से कम 8
- 10 गिलास पीने से शरीर डिटॉक्स होता है जो शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने
में मदद करता है। यह हृदय रोग के विकास के जोखिम को भी कम करता है। पानी एक से अधिक तरीकों से
मानव जीवन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। पानी प्यास बुझाने के साथ - साथ आपके शरीर में पानी को
बनाये रखने और हाइड्रेट रखने में मदद करता हैं। हमारे शरीर में लगभग 70% पानी है और ये एक अच्छे स्वास्थ्य
का संकेत भी होता हैं। पानी हमारे शरीर के सूचारु रूप से चलने और सभी अंगों के सामान्य रूप से कार्य करने के
लिए आवश्यक है। वैसे तो पानी पीने से बहुत लाभ होता है लेकिन खाली पेट पानी पीने से आपको अधिक लाभ
मिलता है।
पानी पीने से पानी हमारे शरीर से, आंतों सें और कोलोन से अपशिष्ट पर्दार्थ और जमा हुआ मल साफ़ करने में
मदद करता है। पानी पिएंगे तो आपकी पाचन शक्ति बढ़ेगी। पानी पीने से शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलने में
मदद मिलती हैं। पानी शरीर के सभी अशुद्ध पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद करता है और शरीर को डिटॉक्सि
करने में मदद करता हैं। सुबह खाली पेट पानी पीने से शरीर से मल निकलने के बाद आपके शरीर में ब्लड
सर्कुलेशन तेज हो जाता है। कब्ज़ को खत्म करने के लिए खाली पेट पानी पीना बहुत जरुरी है। खाली पेट पानी
पीने से ब्लड सर्कुलेशन तेज होता हैं और आंतों से मल या अनपचे पदार्थ जल्दी बाहर निकल जाते है।कोमल और
चमकदार त्वचा पाने के लिए सुबह खाली पेट पानी पीना बहुत जरुरी है।
3. ड्राई फ्रूट्स का सेवन करना
ड्राई फ्रूट्स का सेवन करने ना केवल हमारे लिए स्वास्थ्यप्रद रहता है बल्कि ये वजन घटाने में भी मदद करता हैं।
ड्राई फ्रूट्स शरीर में बेड एलडीएल के स्तर में भी कटौती करता हैं। हाल ही में किए गए एक अध्ययन के अनुसार,
नियमित रूप से ड्राई फ्रूट्स खाने से चिप्स और तले हुए स्नैक्स के सेवन से होने वाले नुकसान को कम किया जा
सकता है। ड्राई फ्रूट्स शरीर में ट्राइग्लिसराइड के स्तर को भी कम करते है। नट्स और सीड्स के अलावा, फाइबर
युक्त उत्पादों जैसे कच्चे जई, अनाज या चोकर का सेवन करने से भी हाई कॉलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता हैं।
4. व्यायाम और मैडिटेशन करें
हमें अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने के लिए अपने जीवन में थोड़ा सा बदलाब करना होता है और वो
है नियमित रूप से योग और मैडिटेशन करना। ऐसा करने से हमारा हृदय सही रहता है और ये हमारे स्वास्थ्य को
सही रखने में मदद करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि जो लोग रोजाना से व्यायाम और मैडिटेशन करते हैं
उनका शरीर स्वस्थ और चुस्त रहता है।
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