File not found
INSPIRATION

भारतीय नेताओं के इन बयानों को पढ़ आप भी सोचेंगे - कहां से आते हैं ऐसे लोग!

भारतीय राजनीति में ऐसे कई नेता हैं जो कभी न कभी अपने विवादित और अजीबो गरीब विवादों को लेकर सुर्खियों का हिस्सा बनते रहे हैं. फिर चाहे पीएम नरेंद्र मोदी हों या फिर राहुल गांधी सभी नेताओं द्वारा अक्सर ही इस तरह के बयान दिए जाते रहे हैं जिसे लेकर जनता द्वारा सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोलिंग का भी सामना करना पड़ा है.

You Might Also Like: नरेंद्र मोदी बनाम मनमोहन सिंह: किसने बढ़ाई अर्थव्यवस्था

You Might Also Like: नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक रैली में राहुल गाँधी पर किया अब तक का सबसे बड़ा हमला

You Might Also Like: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के भाषण की 10 बड़ी बातों पर एक नजर।

You Might Also Like: 7 statements by Indian politicians that caused uproar and controversies

इन्ही में से कुछ विवादित और अजीब बयान आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताने वाले हैं जिन्हें पढ़ने के बाद आप भी सोंचेंगे कि आखिर नेताओं के दिमाग में इस तरह के विचार आते कहां से हैं. तो चलिए बिना आपका ज्यादा वक्त लिए आपको बताते हैं इन नेताओं को विवादित बयान

1. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2017 की जनवरी में सियासी माहौल को गर्मा दिया था. उन्होंने एक बयान में कहा था कि भगवान शिव से लेकर गुरु नानक और बुद्ध से लेकर महावीर तक हर किसी की तस्वीर में उन्हें कांग्रेस का हाथ दिखाई देता है.

2. 2018 में बिहार के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने राजस्थान विधानसभा चुनाव-प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) पर एक विवादित टिप्पणी की थी. अलवर में चुनाव प्रचार के आखिरी दिन शरद यादव ने एक सभा को संबोधित करते हुए वसुंधरा राजे को 'मोटी' बताया था और कहा था कि उन्हें आराम देने की जरूरत है. शरद यादव के इस बयान की काफी निंदा भी हुई थी और वसुंधरा राजे ने भी उनके इस बयान पर पलटवार किया था. उन्होंने कहा था कि, 'मैं अपमानित महसूस कर रही हूं और ये सभी महिलाओं का अपमान है.

3. पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता विलासराव मुत्तेमवार ने 2018 में पीएम मोदी को लेकर एक विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि पूरी दुनिया राहुल की पीढ़ियों के बारे में जानती है, लेकिन कोई भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिता के बारे में नहीं जानता. लेकिन उसके बाद भी वो राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से हिसाब मांग रहे हैं. इससे पहले मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस नेता राज बब्बर (Raj Babbar) ने भी एक विवादित बयान दिया था. अभिनेता से नेता बने राज बब्बर ने डॉलर के अनुरूप रुपये के मूल्य में गिरावट की तुलना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वयोवृद्ध माता की उम्र से कर दी थी.

4. 2018 में संसद में एक ऐसा वाकया हुआ था जब पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा एक बयान देने के दौरान कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी जौर से हंस पड़ीं. इस पर टिप्पणी करते हुए पीएम मोदी ने उनपर हमला करते हुए कहा था, 'रामायण सीरियल के बाद ऐसी हंसी सुनने का आज सौभाग्य मिला है.'

5. वहीं 2018 में राजस्थान बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष मदन लाल सैनी द्वारा एक ऐसा बयान दिया गया था जिसे लेकर उन्हें काफी ट्रोल किया गया था. अपने बयान में उन्होंने कहा था, जब हुमायु मरने वाला था तो उसने बाबर को बुलाकर कहा था कि, अगर तुम्हे हिंदुस्तान पर राज करना है तो तुम्हें तीन चीजों का ध्यान रखना होगा- गायों की इज्जत, ब्रह्मण और औरतें.

6. वहीं त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने एक बयान में कहा था कि बेरोजगारों को पान की दुकान खोल लेनी चाहिए और सरकारी नौकरी के बारे में नहीं पूछना चाहिए.

7. केंद्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री ने 2018 में एक विवादित बयान में कहा था कि, एक ओर जहां हम अपने देश में अंग्रेजी भाषा पर अधिकाधिक आश्रित होते जा रहे हैं तो वहीं दुनियाभर के प्रख्यात वेज्ञानिक आने वाले सुपरकंप्यूटर्स को संस्कृत में ऑपरेट करने की कोशिशों में लगे हुए हैं.

8. उत्तराखंड की पशुपालन मंत्री रेखा आर्या ने 2018 में अपने एक बयान में कहा था कि गाय केवल सांस लेते वक्त ही नहीं बल्कि सांस छोड़ते वक्त भी कॉर्बनडाय ऑक्साइड नहीं बल्कि ऑक्सीजन छोड़ती है.

9. बीजेपी लीडर शोभा चौहान ने अपने एक बयान में कहा था कि हमारी सरकार सत्ता में है और इसलिए हम पुलिस को बाल विवाह में हस्तक्षेप नहीं करने देंगे.

10. पीएम नरेंद्र मोदी ने भी एक बयान में कहा था कि अगर एक पकोड़े बेचने वाला दिन में 200 रुपये कमाता है तो क्या इसे रोजगार में गिनेंगे कि नहीं.

11. पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी ने भी 2018 में ऊमा जोशी पर एक विवादित बयान देते हुए कहा था कि वह लोधी हैं और हिंदू धर्म की बात कर रही हैं, पीएम मोदी भी हिंदूओं की बात कर रहे हैं और सिर्फ ब्रह्मण हैं जो इस पर बात नहीं कर रहे हैं. केवल ब्रह्मण ही हिंदूओं के बारे में अच्छे से जानते हैं और वो ही इस पर बात कर सकते हैं.

12. तमिलनाडू के स्कूल शिक्षा मंत्री केए सेनगोट्टैयन ने एक विवादित बयान में कहा था कि अंगूठियों को बैन कर देना चाहिए. हां फूलों को बैन नहीं किया जा सकता लेकिन पायल को बैन कर देना चाहिए क्योंकि इनकी आवाज से लड़कों का ध्यान भटकता है और वो ठीक से पढ़ाई नहीं कर पाते हैं.

You Might Also Like: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के भाषण की 10 बड़ी बातों पर एक नजर।

You Might Also Like: 7 statements by Indian politicians that caused uproar and controversies