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यह है बाल झड़ने का होम्योपैथिक इलाज

बालों का झड़ना एक ऐसी समस्या है जिससे हर कोई जीवन के किसी ना किसी दौर में गुजरता ही है। लोगों के लिए बाल सुन्दर दिखने के लिए एक महत्वपूर्ण अंग हैं। खासकर युवाओं के लिए, जो आजकल ट्रेंडिंग हेयरस्टाइल्स को अपनाने के लिए बालों की देखभाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। इस सब के बीच यदि आपके बाल अचानक झड़ने लगें तो यह प्रायः आपके लिए परेशानी का सबब बन जाता है। महिलाओं की अपेक्षा पुरुष इस समस्या से अधिक प्रभावित होते हैं। बालों के झड़ने की समस्या का समाधान ढूढ़ने से पहले हमारे लिए यह जानना जरुरी है कि वह कौन-कौन से कारण हैं जिनकी वजह से हमें इस समस्या से गुजरना पड़ता है।

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बालों के झड़ने के मुख्य कारण-

  1. प्रदूषण का होना
  2. ख़राब केमिकल्स वाले हेयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल
  3. शैम्पू का अत्यधिक इस्तेमाल करना
  4. ज्यादा तनाव या चिंता
  5. खून की कमी होना
  6. हार्मोनल संतुलन का बिगड़ना
  7. धूम्रपान करना
  8. बार-बार हेयर डाई करना
  9. शरीर में पोषक तत्वों की कमी

10. बालों का अत्याधिक लम्बा होना

11. पानी में मौजूद क्लोरीन की अधिक मात्रा  

12. गर्भावस्था के दौरान

13. बालों में रूसी (dandruff) होना

असरदार है होम्योपैथिक इलाज-

ऊपर दिए गये कारणों के साथ कुछ ऐसी दवाएं भी हैं जिनके अत्यधिक प्रयोग से भी बाल झड़ने की समस्या हो सकती है। कुछ बीमारियाँ जैसे एलोपेशीया एरेटा, ल्यूप्स, हाइपोथाइरायडिज्म आदि की वजह से भी बाल झड़ने लगते हैं। कीमोथेरेपी भी इसका एक कारण हो सकता है। होम्योपैथिक दवाएं बाल झड़ने की समस्या के साथ-साथ उनके मुख्य कारणों का भी इलाज कर देती हैं। आइये जानते हैं कुछ ऐसी ही असरदार होम्योपैथिक दवाइयों के बारे में जिनको सही समय पर इस्तेमाल करके आप बाल झड़ने की समस्या से निजात पा सकते हैं-

1) बाल यदि टूटकर गिर रहे हैं तो इसके कई कारण हो सकते हैं। ऐसे में आप सेलेनियम, आर्स-ऐल्बम, एसिड-फ्लोर आदि दवाएं इस्तेमाल कर सकते हैं।

  2) अगल-अलग तरह की रूसी भी बालों के झड़ने की प्रमुख वजह है। इसकी वजह गलत खानपान की आदतें और प्रदूषण हो सकता है। ऐसी स्थिति में आप आर्स-ऐल्बम, थूजा, काली-म्यूर आदि होम्योपैथिक दवाएं ले सकते हैं।

3) गंजापन एक आम समस्या बनती जा रही है। सिर्फ बड़े-बूढ़े नहीं बल्कि युवा भी इसकी चपेट में आने लगे हैं। लायकोपोडियम, बराईटा-कार्ब, ग्रेफाइटिस, सिलिसिया आदि गंजेपन के लिए असरदार दवाएं हैं।

इसके अलावा बैसिलिनम 200, कार्बो-वेज 30, 200, वाइजबेडन 200 को भी गंजेपन के अलग-अलग कारणों के अनुसार डॉक्टर की सलाह के बाद लिया जा सकता है।

4) हार्मोन्स के असंतुलन के कारण कई बार बाल सफ़ेद होकर गिरने लगते हैं। तनाव या चिंता भी इसका मुख्य कारण हो सकता है। नेट्रम-म्यूर, एलुमिना, एसिड-फॉस आदि होम्योपैथिक दवाएं पुराने सफ़ेद बालों को गिराने के बाद नए बालों को काला बनाती हैं।

5) बालों के रूखेपन को खत्म करने के लिए काली-कार्ब और ग्रेफाइटिस का इस्तेमाल किया जा सकता है। अगर आपके बाल बहुत ऑयली हैं तो थूजा और नेट्रम-म्यूर आदि होम्योपैथिक दवाएं ले सकते हैं

ऊपर दी गयी दवाइयों को इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। पहले से किसी बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को किसी भी दवा के इस्तेमाल का हानिकारक असर होने का डर बना रहता है। इसलिए अपनी शारीरिक अवस्था और उम्र के अनुसार ही दवाओं का प्रयोग करें।

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