केसर का प्रयोग पुराने समय से शेक इत्यादि में किया जाता था, इसकी महक व रंग बहुत ही मनमोहक होती है । भारत में केसर कश्मीर में उत्पन्न होती है ।
- केसर स्वाद के साथ - साथ स्वास्थ के लिए भी बहुत गुणकारी होती है । केसर का सेवन करने से हमारी पाचन क्रिया ठीक रहती है तथा गैस व एसिडिटी की समस्या भी नहीं होती ।
- यदि बच्चो को सर्दी लग जाए व ठीक न हो रही हो तो सुबह व श्याम के समय को केसर का दूध पीलाना चाहिए तथा नाक, पीठ, माथे व छाती पर केसर, लॉन्ग व जायफल को पीस कर लेप लगाने से राहत मिलती है ।
- जिन लोगो को तनाव रहता हो, रात को ठीक से नींद नहीं आती हो तथा मन उदास रहता हो, यदि वह केसर का सेवन करें तो उन्हें ताजगी महसूस होगी तथा मन प्रसन्न रहेगा ।
- केसर का प्रयोग करने से मोतियाबिंद जैसी समस्या से बचा जा सकता है तथा आँखों की रौशनी भी तेज होती है ।
- यदि सर दर्द की समस्या हो तो चन्दन व केसर को घिस कर इसका लेप माथे पर लगाना चाहिए, इससे शीतलता मिलती है । केसर का दूध पीने से शारीरिक शक्ति में वृद्धि होती है व केसर रक्त को भी शुद्ध करती है ।
- केसर के सेवन से किडनी से सम्बन्धी समस्या नहीं होती तथा ब्लड और लिवर ठीक रहता है ।
- केसर मसूड़ों में सूजन तथा जीभ व मुँह में छाले व जख्म नहीं होने देती ।