लगभग एक साल पहले दिल्ली सरकार ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में हैप्पीनेस करीकुलम की शुरुआत की थी। इस बात को एक साल बीत गया हैं। इस एक साल पूरा होने की खुशी में सभी सरकारी स्कूलों में ख़ुशी का उत्सव मनाया जा रहा है जो 15 दिन का उत्सव हैं। इस उत्सव को हैप्पीनेस उत्सव के नाम से मनाया जा रहा है।
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क्या है हैप्पीनेस क्लास
दिल्ली सरकार (Delhi Government) और शिक्षा मंत्री (Education Minister) मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के प्रयासों से लगभग एक साल पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों में हैप्पीनेस क्लास (Happiness Class) शुरू की गई थी। हैप्पीनेस करीकुलम का करिकुलम क्लास नर्सरी से लेकर कक्षा 8 तक के बच्चों के लिए शुरू किया गया था। ये क्लास रोजाना 45 मिनट की हैप्पीनेस क्लास के नाम से लगाई जाती है और इस क्लास का मुख्य उदेशय हैप्पी रहना सीखाना हैं। इस क्लास के चलते बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ेगा और बच्चों को खुश रहने की भावनात्मक कला सिखाने के साथ-साथ उन्हें भावनात्मक रूप से मजबूत बनने की कला सिखाई जाती हैं। इस क्लास का आरम्भ मेडिटेशन से शुरु होकर कहानियों आदि के जरिए बच्चों को जीवन के मूल्यों का पाठ पढ़ाया जाता है। जो अध्यापक इस क्लास में पढ़ने के लिए आते है उन्हें पिछले साल एक स्पेशल ट्रेनिंग दी गई थी।
हैप्पीनेस क्लास का एक साल पूरा - 15 दिन का हैप्पीनेस उत्सव
हाल ही में हैप्पीनेस क्लास को शुरू हुए एक साल हो गया हैं। इसी उपलक्ष में सभी सरकारी स्कूलों में 15 दिन का उत्सव (15 Days Festival) मनाने का ऐलान किया जा चूका हैं। इस उत्सव के बारे में बात करते हुए शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके बताया हैं कि जिस भारत ने कभी दुनिया को खुश रहना सिखाया, वो आज हैप्पीनेस इनडैक्स (Happiness Index) में 156 देशों में से 140 वें नम्बर पर है। दुनिया को इंडेक्स में ऊपर की जगह दिलाने के कारण दिल्ली के सरकारी स्कूलों में हैप्पीनेस क्लास (Happiness Class) शुरू की गई है।
सिसोदिया जी ने आगे कहा कि अब देखना हैप्पीनेस क्लास के बाद से जल्द ही भारत इस लिस्ट में सबसे ऊपर आएगा और दुनिया फिर हमसे ही खुश रहना सीखेगी। मनीष सिसोदिया चाहते हैं कि शिक्षा के क्षेत्र में पूरा देश आगे हो। हॅपीनेस क्लास के बारे में अपनी जानकारी साझा करते हुए उन्होंने कहा कि हैप्पीनेस इस मॉडल हमने अलग-अलग हिस्सों से सीखा है और इसी कारण यहां लोग आ रहे हैं और अपने अनुभव हमारे साथ शेयर कर रहे हैं।
शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा कि,"जिस भारत ने कभी दुनिया को ख़ुश रहना सिखाया आज Happiness Index में 156 देशों में से 140 वें नम्बर पर है...इसीलिए दिल्ली के सरकारी स्कूलों में #HappinessClass शुरू की गई है. देखना जल्द ही भारत इस लिस्ट में सबसे ऊपर आएगा और दुनिया फिर हमसे ही ख़ुश रहना सीखेगी."
कौन आ रहा है उत्सव में शामिल होने
दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर उत्सव की जानकारी देते हुए बताया कि मेघालय के शिक्षा मंत्री ने बच्चों से हैप्पीनेस क्लास में मुलाकात करके अपनी ख़ुशी जताई और ईसिस तरह की क्लास को मेघालय कजे स्कूलो में शरूर करने का विचार व्यक्त किया हैं। इसी के साथ थ्री-इडियट्स फेम मिस्टर सोनम वांगचुक ने सोमवार को दिल्ली के एक सरकारी स्कूल की हैप्पीनेस क्लास में विद्यार्थी बनकर क्लास अटेंड की। हैप्पीनेस करिकुलम को समझने के लिए शिक्षाविद् व सुधारक सोनम वांगचुक ने ईस्ट विनोद नगर स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय का दौरा किया। उनके साथ शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया व ओडिसा के शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास भी साथ थे। सोनम वांगचु ने बच्चों से और शिक्षकों से बात की और बच्चों को खुश पाया। इस बात से उन्हें बहुत ख़ुशी हुई।
क्या हैप्पीनेस क्लास है राजनीतिक एजेंडा
एक तरफ हैप्पीनेस क्लास को लेकर दिल्ली सरकार और सरकरी स्कूलों के बीच खुषी की लहर है वही दूसरी तरफ दूसरी पार्टी के लोग इस हैप्पीनेस क्लास है को दिल्ली सर्कार का राजनीतिक एजेंडा बता रहे हैं। बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता ने इस बात पर आरोप लगाते हुए बताया है कि दिल्ली सरकार हैप्पीनेस क्लास का प्रचार राजनीतिक लाभ के लिए कर रही है। विजेंद्र गुप्ता ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है कि," AAP सरकार हैप्पीनेस क्लासों को एक राजनीतिक प्रोपेगंडा के रूप में इस्तेमाल कर रही है। आज त्यागराज स्टेडियम में सरकारी मशीनरी और राजस्व का दुरूपयोग करते हुये राजनीतिक नाटक का आयोजन है। टीचरर्स का राजनैतिक जनसभा के लिये इस्तेमाल किया जा रहा है।"
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