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माइग्रेन के लिए उपयोगी है एक्यूप्रेशर तकनीक

ज़िन्दगी की भागदौड़ से उत्पन्न हुए तनाव से कई तरह की बीमारियाँ जन्म लेती हैं। ऐसी ही एक बीमारी का नाम है माइग्रेन। माइग्रेन एक ऐसा सिरदर्द है जो काफी तकलीफ दायक होता है। यह कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक रह सकता है। माइग्रेन की समस्या युवाओं में आजकल आम होती जा रही है। यह दर्द इतना तेज होता है कि इससे पीड़ित व्यक्ति की सोचने समझने की क्षमता तक कम हो जाती है। दुनियाभर के साथ-साथ भारत में भी इस बीमारी के कई मरीज हैं। माइग्रेन के दौरान उलटी और डायरिया जैसी शिकायतें देखने को मिलती है। रक्त का संचार भी धीमा हो जाता है, जिसके कारण हाथ-पैर ठंडे पड़ने लगते हैं। यह भयानक दर्द सिर के एक या दोनों तरफ रुक-रुक कर होता है। माइग्रेन के कारण आँखों में दर्द और जलन होने लगती है एवं आपकी नींद पर भी गहरा असर पड़ता है।

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माइग्रेन के मुख्य कारण-

  1. अत्यधिक तनाव होना
  2. नींद कम लेना
  3. खान-पान की गलत आदतें
  4. कम मात्रा में पानी पीना
  5. अत्यधिक ठंडे पदार्थों का सेवन करना
  6. ज्यादा मात्रा में कैफ़ीन का सेवन करना
  7. धूम्रपान और शराब
  8. वातावरण में परिवर्तन होना

माइग्रेन जैसी खतरनाक बीमारी को नज़रंदाज़ करना आपके लिए नुकसान दायक साबित हो सकता है। कई लोग इससे छुटकारा पाने के लिए अलग-अलग तरह की दवाइयों का भी सेवन करते हैं, लेकिन कई बार वह हानिकारक प्रभाव छोड़ सकती हैं। एक्यूप्रेशर इसके लिए एक असरदार तकनीक है जिसका उपयोग सालों से किया जा रहा है।

माइग्रेन के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट्स-

  1. अंगूठे और इंडेक्स फिंगर (तर्जनी) के बीच में दबाएँ। अपने बाएं हाथ से अपने दायें हाथ के अंगूठे और तर्जनी के बीच लगभग 10 सेकंड्स तक दबाव बनायें। दर्द में राहत मिलने तक इसे दोहराते रहें। आप दूसरे हाथ से भी यही प्रक्रिया अपना सकते हैं।
  2. आँख और नाक के बीच में दबाएँ। यह पॉइंट्स नाक के ऊपरी हिस्से और आँखों के बीच मौजूद होते हैं। अपनी दोनों इंडेक्स फिंगर्स की मदद से लगभग एक मिनट तक दोनों पॉइंट्स को दबाएँ रखें। ऐसा करने से सिरदर्द से छुटकारा मिलता है।
  3. नाक के अगल-बगल मौजूद पॉइंट्स को दबाएँ। यह पॉइंट्स नोसट्रिल्स (नथनों) के दोनों ओर पाए जाते हैं। अपनी किन्हीं उँगलियों की मदद से उनपर दबाव डालें। यह नाड़ियों को खोलने और सिरदर्द को खत्म करने की कारगर तकनीक है।
  4. फुट प्रेशर पॉइंट भी माइग्रेन के दर्द में काफी असरदार है। यह प्रेशर पॉइंट पैर के अंगूठे और उससे सटी उंगली के बीच में थोड़ी पीछे की ओर पाया जाता है। पैर को सही तरह से जमाकर अपने हाथ के अंगूठे से कुछ देर तक पॉइंट को दबाएँ। ठीक ऐसा ही दूसरे पैर के साथ भी करें। यह प्रेशर पॉइंट अन्य बीमारियों में भी लाभकारी है।
  5. अपनी दोनों भौहों के बीच में स्थित प्रेशर पॉइंट को दबाएँ। इस प्रेशर पॉइंट को थर्ड आई पॉइंट भी कहा जाता है। यह नाक की ऊपर वाली हड्डी के पास जहाँ दोनों भौहें आकर मिलती है वहाँ पाया जाता है। इस  पॉइंट को आराम मिलने तक एक-एक मिनट के लिए दबाएँ।
  6. कंधे पर मौजूद प्रेशर पॉइंट को दबाने से माइग्रेन में आराम मिलता है। यह गर्दन और कंधे को जोड़ने वाली ऊपरी सतह के बीच में पाया जाता है। अपनी उँगलियों से लगभग 5 सेकंड्स के लिए इसे दबाएँ और छोड़ दें। यह अन्य बीमारीयों जैसे गर्दन दर्द और अस्थमा के लिए भी फायदेमंद है।  

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