यह भारत के लिए राष्ट्रमंडल खेलों 2018 में भारोत्तोलन समारोह में भारत के लिए एक मजबूत शुरुआत है। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में चल रहे 21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के युवा वेटलिफ्टर गुरुराजा ने पहला मेडल जीता। गुरुराजा ने कुल 249 किलोग्राम उठाकर सिल्वर मेडल जीता और देश को पहला पदक दिलाया। वेटलिफ्टिंग के अहम मुकाबले में 25 साल के गुरुराज ने स्नैच में 111 का स्कोर किया। गुरुराजा मूल रूप से कोस्टल कर्नाटक में कुंडूपारा के रहने वाले हैं। उनके पिता ट्रक ड्राइवर हैं। उन्होंने 2010 में वेटलिफ्टिंग करियर शुरू किया था।
राष्ट्रमंडल खेलों में देश के लिए पहला पदक जीतने वाले भारोत्तोलक पी गुरुराजा ने कहा कि पहले दो प्रयास में विफल होने के बाद उन्होंने देश और परिवार को याद किया, जिससे उन्हें भार उठाने का हौसला दिया। 25 साल के इस खिलाड़ी ने प्रतिस्पर्धा के पहले ही दिन पुरुषों के 56 किलो वर्ग में रजत पदक जीतकर 21 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की झोली में पहला पदक डाला।
वही विश्व चैंपियन वेटलिफ्टर मिराबाई चानू राष्ट्रमंडल खेलों के पहले दिन महिला के 48 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीत कर भारत का नाम रोशन किया। मणिपुरी भारोत्तोलक ने स्नैच में 86 किलोग्राम भार उठाया।