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31 जनवरी 2018 को दिखाई देने वाले चंद्र ग्रहण के बारे में ख़ास बातें

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31 जनवरी 2018 को इस साल का पहला चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। इस चंद्र ग्रहण कुल मिलाकर 1 घण्टे 16 मिनट तक दिखाई देगा। यह चंद्र ग्रहण भारत के अलावा अमेरिका, पूर्वोत्तर यूरोप, रूस, एशिया, हिंद महासागर, प्रशांत और ऑस्ट्रेलिया के बड़े हिस्सों में दिखाई देगा। इस चंद्र ग्रहण का कुछ हिस्सा उत्तरी/पूर्वी यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, उत्तर / पूर्व अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, उत्तर / पश्चिम दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, हिंद महासागर, आर्कटिक, अंटार्कटिका में भी दिखाई देगा।

क्या है इस चंद्र ग्रहण के बारे में खास:-

1 - सुपरमून: ग्रहण के दौरान चंद्रमा पृथ्वी के बहुत करीब होगा, इसलिए यह एक साधारण पूर्णिमा की तुलना में आकाश में बड़ा दिखेगा। इस वजह से, कई स्रोत 31 जनवरी के चंद्र ग्रहण को सुपरमून का नाम दे रहे है।

2 - ब्लू मून: जनवरी 31, 2018 को दूसरा पूर्ण मून होगा या, जैसा कि बहुत से लोग इसे कहते हैं, एक नीला मून। ब्लू मून की दो अलग-अलग परिभाषाएं हैं: यह चार पूर्ण चन्द्रमाओं में तीसरी पूर्णिमा हो सकती है, या यह एक महीने में दूसरी पूर्णिमा हो सकती है।

3 - ब्लड मून: चन्द्र ग्रहणों को कभी-कभी लाल चंद्रमा कहा जाता है, क्योंकि इस दिन चंद्रमा अपने पूर्ण स्वरुप में होता है।

इन तीनों घटनाओं के कारण, अब कई लोग इस ग्रहण को एक सुपर ब्लू ब्लड ब्लड का नाम भी दे रहे है। अब ऐसा चंद्र ग्रहण 2037 में दिखाई देगा और पिछली बार इसे 1999 में देखा गया था। यह चंद्र ग्रहण सारोस श्रृंखला का 124वां हिस्सा होगा।