एससी-एसटी एक्ट में बदलाव के खिलाफ हुए दलित संगठनों के आंदोलन में देश के कई राज्यों में हिंसा भड़की हुई है। इस हिंसक प्रदर्शन में 12 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और जबकि कई जगह तनाव बना हुआ है। एससी-एसटी एक्ट में बदलाव सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र के एक मामले की सुनवाई के दौरान किया था। जिसे लेकर देश भर में बवाल मचा हुआ है।
इस मामले की शुरुआत महाराष्ट्र में शिक्षा विभाग के स्टोर कीपर पर जातिसूचक टिप्पणी से हुई थी। इसमें राज्य के तकनीकी शिक्षा निदेशक सुभाष काशीनाथ महाजन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि महाजन ने अपने अधीनस्थ उन दो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई पर रोक लगा दी, जिन्होंने दलित स्टोर कीपर पर जातिसूचक टिप्पणी की थी। इसके बाद मामला पुलिस के पास पहुंचा। इस बात पर पुलिस ने महाजन पर भी केस दर्ज कर लिया। पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के खिलाफ 5 मई 2017 को काशीनाथ महाजन ने इसे खारिज कराने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया लेकिन वहां से भी उन्हें राहत नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।
आंदोलन से सबसे ज्यादा प्रभावित मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, ओडिशा, गुजरात, झारखंड व महाराष्ट्र रहे। कुछ राज्यों में शिक्षण संस्थान और इंटरनेट व मोबाइल सेवाएं बंद कर दी गईं। बाड़मेर, जालौर, सीकर और अहोर में हिंसक घटनाओं के मद्देनजर धारा 144 लगा दी गई है। हालात बेकाबू होता देख ग्वालियर, मुरैना और भिंड के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और सेना बुला ली गई है।
इस मामले की शुरुआत महाराष्ट्र में शिक्षा विभाग के स्टोर कीपर पर जातिसूचक टिप्पणी से हुई थी। इसमें राज्य के तकनीकी शिक्षा निदेशक सुभाष काशीनाथ महाजन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि महाजन ने अपने अधीनस्थ उन दो अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई पर रोक लगा दी, जिन्होंने दलित स्टोर कीपर पर जातिसूचक टिप्पणी की थी। इसके बाद मामला पुलिस के पास पहुंचा। इस बात पर पुलिस ने महाजन पर भी केस दर्ज कर लिया। पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के खिलाफ 5 मई 2017 को काशीनाथ महाजन ने इसे खारिज कराने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया लेकिन वहां से भी उन्हें राहत नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।
आंदोलन से सबसे ज्यादा प्रभावित मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, ओडिशा, गुजरात, झारखंड व महाराष्ट्र रहे। कुछ राज्यों में शिक्षण संस्थान और इंटरनेट व मोबाइल सेवाएं बंद कर दी गईं। बाड़मेर, जालौर, सीकर और अहोर में हिंसक घटनाओं के मद्देनजर धारा 144 लगा दी गई है। हालात बेकाबू होता देख ग्वालियर, मुरैना और भिंड के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और सेना बुला ली गई है।