न्यूज वेबसाइट्स और सोशल मीडिया पर इस तरह की खबर आ रही है कि जल्द ही सरकार 13 अंक का मोबाइल नंबर लेकर आ रही है लेकिन टेलिकॉम विभाग (डीओटी) से प्राप्त जानकारी के अनुसार, ये सारी खबरें अफवाह हैं। बुधवार को विभाग ने कहा कि ऐसा कोई प्रस्ताव पेश नहीं किया गया है। इस तरह की अफवाह को लोग नज़रअंदाज़ करें।
टेलिकॉम विभाग ने देश में मौजूद सभी टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को M2M यानी Machine to Machine डिवाइसेज के लिए 13 अंकों का मोबाइल नंबर जारी करने के लिए कहा था। उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि साधारण रिटेल मोबाइल नंबरों को भी 13 अंकों में बदला जाएगा। साधारण रिटेल मोबाइल नंबरों के लिए 10 अंको वाली स्कीम जारी रहेगी यह प्रस्ताव सिर्फ एम2एम सेवा के लिए ही दी गई है।
M2M सेवाओं को इस्तेमाल नेटवर्क आधारित दूर-दराज के संचार के लिए दो इकाई या मशीनों के बीच किया जाता है। इसके जरिए ऑटोमेशन और संबंधित कार्यों को पूरा किया जाता है। यह कार्य स्मार्ट अप्लायंस या वाहनों के साथ जुड़े हो सकते हैं। भारत में भारती एयरटेल, वोडाफोन, आरकॉम और बीएसएनएल एम2एम सेवा प्रदान करती हैं।
टेलिकॉम विभाग ने कहा कि उसने M2M सेवाओं के लिए 13 अंकों का मोबाइल नंबर जारी करने का फैसला जनवरी में लिया था। इसे 1 जुलाई 2018 से लागू किया जाएगा। मौजूदा नंबर्स को 13 अंकों में बदलने की प्रक्रिया 1 अक्टूबर 2018 से शुरू होगी और इसे 31 दिसंबर 2018 तक पूरा कर लिया जाएगा।
टेलिकॉम विभाग ने देश में मौजूद सभी टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को M2M यानी Machine to Machine डिवाइसेज के लिए 13 अंकों का मोबाइल नंबर जारी करने के लिए कहा था। उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि साधारण रिटेल मोबाइल नंबरों को भी 13 अंकों में बदला जाएगा। साधारण रिटेल मोबाइल नंबरों के लिए 10 अंको वाली स्कीम जारी रहेगी यह प्रस्ताव सिर्फ एम2एम सेवा के लिए ही दी गई है।
M2M सेवाओं को इस्तेमाल नेटवर्क आधारित दूर-दराज के संचार के लिए दो इकाई या मशीनों के बीच किया जाता है। इसके जरिए ऑटोमेशन और संबंधित कार्यों को पूरा किया जाता है। यह कार्य स्मार्ट अप्लायंस या वाहनों के साथ जुड़े हो सकते हैं। भारत में भारती एयरटेल, वोडाफोन, आरकॉम और बीएसएनएल एम2एम सेवा प्रदान करती हैं।
टेलिकॉम विभाग ने कहा कि उसने M2M सेवाओं के लिए 13 अंकों का मोबाइल नंबर जारी करने का फैसला जनवरी में लिया था। इसे 1 जुलाई 2018 से लागू किया जाएगा। मौजूदा नंबर्स को 13 अंकों में बदलने की प्रक्रिया 1 अक्टूबर 2018 से शुरू होगी और इसे 31 दिसंबर 2018 तक पूरा कर लिया जाएगा।