अमेरिका द्वारा भारत को 24 एमएच-60आर रोमियो सीहॉक हेलीकॉप्टरों को बेचे जाने की मंजूरी दे दी गई है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत को ये हेलीकॉप्टर 2.4 अरब डॉलर में बेचे जाएंगे. इस तरह के हेलीकॉप्टर भारत की नौसेना के लिए काफी सहायक साबित होंगे क्योंकि ये हेलीकॉप्टर, दुश्मन की पनडुब्बियों को नष्ट करने, जहाजों को खदेड़ने और समुद्र में सर्च बचाव अभियान में कारगर हैं.
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आपको बता दें, भारत द्वारा नौसेना को मजबूत बनाए जाने के लिए अमेरिका से 24 बहु-भूमिका वेल एमएच-60 रोमियो पनडुब्बी-रोधी हेलीकॉप्टर खरीदने का प्रस्ताव पेश किया गया था. पिछले साल नवंबर में इन हेलीकॉप्टर को लेकर अमेरिका के उप-राष्ट्रपति माइक पेंस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच सिंगापुर में बैठक हुई थी. भारत को लगभग एक दशक से इस तरह के हंटर हेलीकॉप्टर की जरूरत थी.
गौरतलब है कि, पिछले साल सिंगापुर में एक क्षेत्रीय शिखर बैठक से इतर पेंस और मोदी के इस हेलीकॉप्ट को लेकर बैठक हुई थी. बैठक में द्विपक्षीय रक्षा संबंधों का मुद्दा शीर्ष पर रहा था. सूत्रों ने कहा था कि भारत ने 24 बहु-भूमिका हेलीकॉप्टर-एमएच 60 रोमियो सीहॉक की "तत्काल आवश्यकता" को ध्यान में रखते हुए अमेरिका को अनुरोध-पत्र भेजा है. बीते कुछ वक्त में, भारत और अमेरिका के बीच रक्षा समझौतों में तेजी आई है. जिसके चलते अमेरिकी सरकार के भारत की रक्षा आवश्यकताओं के मद्देनजर अपने उच्च तकनीक सैन्य उपकरणों के दरवाजे खोल दिए हैं.
ROMEO की खासियत
1. रोमियो अमेरिका का सबसे अधिक एडवांस एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर माना जाता है. पनडुब्बियों पर इसका निशाना अचूक माना जाता है.
2. दुनिया के कुछ अन्य देशों के पास भी इस तरह के एंटी सबमरीन हेलीकॉप्ट हैं. एमएच 60 सी-हॉक हेलीकॉप्टर अमेरिकी नेवी के बेड़े का हिस्सा है और इसे दुनिया के सबसे अत्याधुनिक हेलीकॉप्टर माना जाता है. इस हेलीकॉप्टर को जहाज, युद्धपोत और विमानवाहक पोत से ऑपरेट किया जा सकता है.
3. ये हेलीकॉप्टर समुद्र में तलाश और बचाव कार्यों के लिए भी उपयोगी है. ये हेलीकॉप्टर भारतीय नौसेना की मारक क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करेगा और हिन्द महासागर में चीन के आक्रामक व्यवहार के मद्देनजर भी भारत के लिए ये हेलीकॉप्टर काफी आवश्यक हैं.
आपको बता दें, रोमियो सीहॉक हेलीकॉप्टरों का निर्माण लॉकहीड-मार्टिन कंपनी द्वारा किया गया है. अब ये ब्रिटिश सी किंग हेलीकॉप्टरों की जगह लेंगे. मंगलवार को ट्रम्प प्रशासन द्वारा भारत को 24 हेलीकॉप्टर बेचे जाने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है.
नोटिफिकेशन के मुताबिक- हेलीकॉप्टरों की प्रस्तावित बिक्री से भारत और अमेरिका के रणनीतिक रिश्तों में मजबूती आएगी. भारत, अमेरिका का एक बड़ा डिफेंस पार्टनर है. इस डील से इंडो-पैसिफिक और दक्षिण एशिया में स्थायित्व-शांति बनाए रखने में मदद मिलेगी. वहीं, रोमियो हेलीकॉप्टरों से भारतीय फौजों की एंटी-सरफेस (जमीन) और एंटी-सबमरीन सुरक्षा क्षमता में भी बढ़त होगी.
अमेरिका की तरफ से यह भी कहा गया है कि इन हेलीकॉप्टर्स की मदद से घरेलू स्तर पर भारत की सुरक्षा प्रणाली को मजबूती मिलेगी और उसे क्षेत्रीय दुश्मनों से निपटने में मदद मिलेगी. साथ ही भारत को इन हेलीकॉप्टरों को सेना में शामिल करने में कोई दिक्कत नहीं होगी.
रोमियो एमएच-60आर को दुनिया का सबसे बेहतरीन मैरीटाइम हेलीकॉप्टर माना जाता है. फिलहाल यह अमेरिकी नेवी में एंटी-सबमरीन और एंटी-सरफेस वेपन के रूप में प्रयोग करते हैं. रक्षा विशेषज्ञों की मानें तो यह मौजूदा हेलीकॉप्टरों में सबसे आधुनिक हैं. इसे जंगी जहाज, क्रूजर्स और एयरक्राफ्ट करियर से ऑपरेट किया जा सकता है. अमेरिकी नेवल एयर कमांड के मुताबिक- सीहॉक हेलीकॉप्टर एंटी-सबमरीन के अलावा निगरानी, सूचना, युद्धक सर्च और बचाव, गनफायर और लॉजिस्टिक सपोर्ट आदि के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है.
अमेरिका द्वारा भारत को रोमियो बेचे जाने से दोनों देशों के रिश्तों को मजबूती मिलेगी और आने वाले वक्त में दोनों के बीच सुरक्षा को लेकर बेहतर संबंध बनने की भी संभावनाएं बढ़ेंगी.
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