उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने परमाणु हथियारों को लेकर जारी तनाव के बीच दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन से मुलाकात की। खास बात यह है कि किम जोंग पैदल सीमा पर कर दक्षिण कोरिया की धरती पर पहुंचे हैं। किम जोंग 1953 में हुए कोरियाई युद्ध के समाप्त होने के बाद दक्षिण कोरिया की जमीन पर कदम रखने वाले उत्तर कोरिया के पहले नेता हैं।
किम जोंग और मून जे इन ने सीमा पर मुस्कुराकर एक दूसरे से हाथ मिलाया। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने पहले एक कदम उत्तर कोरियाई सीमा की ओर बढ़ाते हुए किम जोंग से कहा, "मुझे आपसे मिलकर खुशी हुई है।" इसके बाद दोनों नेता दक्षिण कोरिया की तरफ पीस हाउस की ओर चले गए।
किम और मून के बीच ऐतिहासिक शिखर वार्ता में दोनों देशों के बीच मतभेत कम करने पर भी बात होगी। इस वार्ता में उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। किम ने इस मुलाकात पर कहा, 'ये लाइन पार करना इतना भी मुश्किल नहीं था। लेकिन हमें यहां आते-आते 11 साल लग गए।' वहीं, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून ने कहा, 'बॉर्डर की लाइन अब बंटवारे का नहीं बल्कि शांति का नया प्रतीक है। किम के निर्णय की सराहना करनी चाहिए।