हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा ज़िले के नूरपुर में मलकवाल के पास सोमवार को एक निजी स्कूल की बस अनियंत्रित होकर 200 फीट गहरी खाई में जा गिरी जिससे 30 लोगो की मौत हो गयी। मरने वालों में 27 बच्चे, 2 टीचर और बस चालक है। 10 बच्चे अब भी घायल हैं। वजीर राम सिंह पठानिया मेमोरियल पब्लिक स्कूल के बच्चे स्कूल की बस से घर जा रहे थे। ज्यादातर बच्चे कक्षा पांच और इससे छोटी कक्षा के थे।
घायल हुए बच्चों में पांचवीं कक्षा का रणबीर भी है, जो इस इस पूरे हादसे का गवाह है। इस बच्चे ने 50 फ़ीट पहाड़ी चढ़कर अपनी जान बचाई। उसने हादसे की मुख्य वजह भी बताई। उसने बताया कि एक बाइक सामने से आ रही थी उसे पास देते ही गड्ढा होने के कारण बस खाई में गिर गई। जैसे ही बस नीचे गिरने लगी तो रणबीर बस से नीचे गिर पड़ा| उसके साथी एक-एक कर नीचे गिरने लगे. फिर रणबीर लगभग 50 फीट की सीधी पहाड़ी चढ़कर सड़क तक पहुंचा।
उसने एक बाइक सवार को रोका और बताया कि स्कूल बस खाई में गिर गई है। इसके बाद प्रशासन को इसकी सूचना दी गई और आसपास के ग्रामीण मदद को पहुंचे और घायलों को कंधे पर लादकर अस्पताल ले गए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की तत्काल मदद देने की घोषणा की है।
घायल हुए बच्चों में पांचवीं कक्षा का रणबीर भी है, जो इस इस पूरे हादसे का गवाह है। इस बच्चे ने 50 फ़ीट पहाड़ी चढ़कर अपनी जान बचाई। उसने हादसे की मुख्य वजह भी बताई। उसने बताया कि एक बाइक सामने से आ रही थी उसे पास देते ही गड्ढा होने के कारण बस खाई में गिर गई। जैसे ही बस नीचे गिरने लगी तो रणबीर बस से नीचे गिर पड़ा| उसके साथी एक-एक कर नीचे गिरने लगे. फिर रणबीर लगभग 50 फीट की सीधी पहाड़ी चढ़कर सड़क तक पहुंचा।
उसने एक बाइक सवार को रोका और बताया कि स्कूल बस खाई में गिर गई है। इसके बाद प्रशासन को इसकी सूचना दी गई और आसपास के ग्रामीण मदद को पहुंचे और घायलों को कंधे पर लादकर अस्पताल ले गए। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की तत्काल मदद देने की घोषणा की है।