बॉलीवुड की बोल्ड और बिंदास एक्ट्रेस तापसी पन्नू (Taapsee pannu) अपना 31वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। तापसी बॉलीवुड की उन एक्ट्रेसेस में से हैं जिन्होंने अपने दम पर अपना नाम इस मुकाम तक पहुंचाया है। उनकी कई फिल्में हैं जो सुपरहिट रहीं। उन्होंने अमिताभ बच्चन (Amitabh bacchan) और अक्षय कुमार (Akshay kumar) जैसे बड़े स्टार्स के साथ कई हिट फिल्में अपने नाम की हैं। आज तापसी बेशक ही एक बेहतरीन अदाकाराओं में से एक हैं लेकिन उनके फैंस को शायद ही पता होगा की अगर वो एक्टिंग में नहीं आती तो आज एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर (Software engineer) होतीं।
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नहीं होती एक्ट्रेस तो आज इस प्रोफेशन में होती तापसी
ये तो सभी जानते हैं कि तापसी ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत तमिल और तेलुगु फिल्मों से की थी। जहां एक तरफ वो बेहतरीन एक्ट्रेस हैं वहीं दूसरी और वो अपने समय की ब्रिलिएंट स्टूडेंट (Brilliant student) भी रह चुकी हैं। तापसी पढ़ाई में काफी अच्छी थीं। वो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग (Software engineering) स्टूडेंट थीं। उन्होंने अपने इंटरव्यू के दौरान बताया था कि वो इंजीनियर बनना चाहती थीं। लेकिन फिर उनका इंटरस्ट एक्टिंग में आ गया और उन्होंने मॉडलिंग शुरु कर दी।
मॉडलिंग के समय भी जीते हैं कई खिताब
अपने मॉडलिंग करियर के समय उन्होंने कई सारे विज्ञापनों में भी काम किया था। उन्हीं में से कई विज्ञापनों के लिए उन्हें 'पैंटालून फेमिना मिस फ्रेश फेस' (Pantaloons femina miss fresh face) और 'साफी फेमिना मिस ब्यूटीफुल स्किन' (Saafi femina miss beautiful skin) के लिए नवाजा गया था। मॉडलिंग के दौरान ही तापसी को उनकी पहली फिल्म का ऑफर मिला। जो कि डायरेक्टर राघवेंद्र राव (Raghvendra rao) ने अपनी फिल्म 'झुम्माण्डि' (Jhummandi) के लिए उन्हें दिया था।
वहीं बॉलीवुड में उन्होंने फिल्म 'चश्मे बद्दूर' (Chashme baddur) से एंट्री ली थी। जिसमें उनका गाना 'ढिश्क्याऊ' (Dhishkyaun) काफी फेमस हुआ था। बस इसके बाद तापसी ने इंडस्ट्री में कई फिल्मों से लोगों का दिल जीता और अपनी एक्टिंग से आज भी सबको प्रभावित कर रही हैं।
अपने मूंह फट अंदाज के लिए हैं मशहूर
तापसी काफी मूंह फट भी हैं इसलिए वो अपनी बाते खुलकर सबके सामने रखती हैं। कई बार वो अपने विवादित बयानों के चलते भी सुर्खियों में आ जाती हैं। हाल ही में उन्होंने अपने एक बयान में कहा, "कि फिल्म उद्योग में महिलाओं पर केंद्रित फिल्में बनने और दर्शकों में इसे स्वीकार किए जाने से ही बॉक्स ऑफिस पर महिला और पुरुष कलाकारों की सफलता में जो अंतर दिखता है, उसे हटाया जा सकता है"।
उन्होंने कहा कि उनका मानना है "हीरो महिला या पुरुष कोई भी हो सकता है और वह इसे साबित करने की कोशिश में लगी हुई हैं। उन्होंने कहा कि वर्षों से दर्शकों के दिमाग में यह चीज भर दी गई है कि हीरो शब्द लैंगिक रूप से जुड़ा हुआ है। अब बदलाव एक रात में तो नहीं आ सकता है। यह धीरे-धीरे ही आएगा"।