स्वयंभू बाबा नित्यानंद अक्सर चर्चाओं में रहते हैं। उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। बुधवार को बाबा नित्यानंद पर फौजदारी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इसकी जांच कर रही हैं। लेकिन पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि नित्यानंद देश छोड़कर भाग गया है। जानिए, नित्याकनंद को लेकर पूरा मामला क्या है और क्यों वो पुलिस से छिप रहा है।
बाबा नित्यानंद पर महिलाओं का यौन शोषण, एक महिला के अपहरण और बलात्कार का आरोप लगा है। साथ ही छोटे बच्चों को अगुवा कर उन्हें बंधक बना मजबूरी करवाने और भीख मंगवाने का आरोप है।
बुधवार को पुलिस ने नित्यानंद के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था जिसमें कहा गया कि नित्यांनद पर अपने अहमदाबाद के आश्रम योगिनी सर्वज्ञपीठम के लिए बच्चों को अगुवा करने का आरोप है। दर्ज रिपोर्ट में कहा गया है कि कथित तौर पर कहा गया कि नित्यानंद बच्चों को अगवा कर उन्हें बंधक बनाता है और अपने अनुयायियों से चंदा इकट्ठा करवाता है। ये भी आरोप है कि अपने आश्रम को चलाने के लिए भी नित्यानंद बच्चों को अगवा करवाता था।
नित्यानंद के खिलाफ सबूत जुटाने के लिए पुलिस ने नित्यानंद के आश्रम पर छापा मारा था। जहां नित्यानंद की दो अनुयायियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जो कि महिलाएं हैं। लेकिन गुजरात पुलिस को शक है कि संगीन आरोप के चलते नित्यानंद देश छोड़कर भाग गया है। अहमदाबाद (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक एस. वी. असारी का इस संबंध में कहना है कि नित्यादनंद अब देश में नहीं है वो विदेश भाग गया है। लेकिन गुजरात पुलिस उसे नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर हम सही तरीके अपनाकर नित्यानंद को गिरफ्तार करेंगे।
पुलिस ने दावा किया है कि नित्यानंद के खिलाफ कर्नाटक में दर्ज हुए बलात्कार के मामले के बाद ही वह देश छोड़कर भाग चुका था। देश में अभी नित्यानंद को ढूंढना व्यर्थ है और समय की बर्बादी है।
पुलिस अधीक्षक एस. वी. असारी ने कहा कि हर हाल में हम नित्यानंद को हिरासत में लेंगे। हालांकि पहले हमें उसका भारत वापिस आने का इंतजार करना होगा।
आपको बता दें, नित्यानंद की जिन दो महिला अनुयायियों को गिरफ्तार किया गया है उनके नाम साध्वी प्राण प्रियानंद और प्रियातत्व रिद्धि किरण है। इन दोनों महिला अनुयायियों पर भी तकरीबन 4 बच्चों का अपहरण करने और एक कमरे में बंधक बनाए रखने का आरोप है। इन दोनों महिला अनुयायियों को ग्रामीण अदालत ने बुधवार को ही गिरफ्तार करके पुलिस अधिकारियों को सौंप दिया था। अहमदाबाद ग्रामीण के पुलिस उपाधिक्षक के. टी. कमरिया अब साध्वी प्राण प्रियानंद और प्रियातत्व रिद्धि किरण से पूछताछ कर रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि ये दोनों कम से कम 5 दिन तक पुलिस की हिरासत में रहेंगी।
आपको बता दें, पुलिस इन सबके अलावा उस महिला को भी ढूंढ रही है जो नित्यानंद के आश्रम से लापता हो गई थी। इस मामले में पुलिस की जांच जारी है। लापता हुई महिला के पिता जनार्दन शर्मा ने विवेकानंद पुलिस थाने अपनी बेटी के गायब होने की शिकायत दर्ज की थी। ऐसे में नित्यांनद के ऊपर एक साथ कई-कई मामले चले रहे हैं।
वहीं, गुजरात के गृह मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए कहा है कि नित्यानंद के केस से जुड़े किसी भी व्यक्ति को बक्शा नहीं जाएगा, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। प्रदीप सिंह जडेजा ने ये भी कहा कि डीजीपी ने इस मामले की गहराई से जांच करने के लिए इस मामले से संबंधित एसपी को एक टीम को बनाने का ऑर्डर दिया है।
प्रदीप सिंह जडेजा ने बताया कि ये टीम नित्यानंद से जुड़े हरेक पहलू की जांच करेगी और इससे संबंधित हर व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
आश्रम की जमीन पर भी चल रहा है झगड़ा-
इन सब मामलों के अलावा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) अब नित्यानंद के आश्रम के गठन को लेकर भी सवाल उठा रही है। अहमदाबाद में स्थित स्वयंभू बाबा नित्यानंद के आश्रम जिस भूमि पर है वो भी अब कटघरे में है। सीबीएसई ने गुजरात के एजुकेशन डिपार्टमेंट से रिपोर्ट मांगी है कि क्यों बिना परमिशन के नित्यानंद को आश्रम बनाने के लिए जमीन पट्टे पर दे दी गई थी। इस मामले में सीबीएसई ने राज्य शिक्षा विभाग को पत्र भी लिखा है। पत्र में पूछा गया है कि केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की अनुमति के बिना गुजरात शिक्षा विभाग ने स्वयंभू बाबा नित्यानंद आश्रम को डीपीएस मणिनगर, अहमदाबाद की भूमि पट्टे पर क्यों दी?
सीबीएसई के अधिकारी ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा है कि हमने राज्य शिक्षा विभाग से इस मामले में जल्द से जल्द रिपोर्ट मांगी है। वहीं दूसरी तरह स्कूल के प्रधानाचार्य हितेश पुरी ने ये नहीं बताया कि जमीन पट्टे पर देने के लिए अनुमति बोर्ड से ली गई थी या नहीं, लेकिन उन्होंने ये बताया कि अब आश्रम के लिए पट्टे का करार रद्द कर दिया गया है।
कुंभ मेले से नित्यानंद को किया गया था ब्लैक लिस्ट –
नित्यानंद काफी समय से अलग-अलग आरोपों में घिरे थे। बेंगलुरू के चर्चित संत स्वामी नित्यानंद सेक्स स्कैंडल में भी फंस चुके हैं। इनके सेक्स स्कैंडल के कारण इन्हें इस साल कुंभ मेले से भी ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था। कुंभ मेला प्रशासन ने कड़ा निर्णय लेते हुए नित्यानंद को ना सिर्फ भूमि बल्कि अन्य सुविधाओं से भी उन्हें वंचित रखने का फैसला किया था।
नित्यानंद संतों के अखाड़े महानिर्वाणी में महामंडलेश्वर हैं। लेकिन इनके ऊपर लगे गंभीर आरापों के कारण इन्हें महानिर्वाणी अखाड़े की पेशवाई में भी शामिल होने से रोका गया था। आपको बता दें, ये सेक्स स्कैंडल तमिल एक्ट्रेस से जुड़ी एक सीडी मामले को लेकर साल 2010 में सामने आया था। इस स्कैंडल के आने के बाद से तहलका मच गया था और हर जगह नित्यानंद को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि सिर्फ आरोप लगने के बाद ही इनकी कई जगहों पर जाने के लिए पाबंदी लगा दी गई थी।
बहरहाल, अब सिर्फ नित्यानंद की गिरफ्तारी ही इन सब आरोपों की गुत्थी को सुलझा सकती है।