हॉन्गकॉन्ग में पुलिस ने कई विवादास्पद प्रदर्शनों में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों को बर्बरतापूर्ण तरीकों से मार गिराया है। प्रदर्शनकारियों को कहीं डंडों से तो कहीं आँसू गैस से उन्हें शांत करने की कोशिशें की हैं। हांगकांग के केंद्रीय वित्तीय जिले सहित शहर के कुछ हिस्सों को प्रदर्शनकारियों ने घेर कर घरने दिए हैं। जानें, क्या है पूरा मामला, पुलिस क्यों नहीं संभाल पा रही जनता को।
ये है मामला-
करीब एक महीने पहले पुलिस द्वारा एक निहत्थे प्रदर्शनकारी को गोली मार दी गई थी जिसके बाद सभी प्रदर्शनकारी भड़क उठे थे। इससे तकरीबन 5 महीने पहले चीन के शासित शहर हॉन्गाकॉन्ग में लगभग हिंसात्सहक तरीके पुलिस ने एक व्यक्ति पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। इसके बाद से पूरा शहर प्रदर्शनकारियों से भर उठा है।
ये प्रदर्शनकारी जून के बाद से विरोध कर रहे हैं, ये विरोध मुख्य तौर पर "एक देश, दो सिस्टम" सूत्र जो 1997 में ब्रिटिश शासन से क्षेत्र चीन में वापस आ गया था, का विरोध कर रहे हैं। इस रणनीति को लागू करने के दौरान पुलिस के व्यवहार की वजह से लोगों को विरोध करने का मौका मिला।
ताई पो के पास चीनी विश्वविद्यालय में बीती रात भी एक भयंकर लड़ाई हुई जिसमें तोड़-फोड़ करने वाले सैकड़ों प्रदर्शनकारियों पर पुलिस के एक दस्ते ने आँसू गैस, रबर की गोलियां और पानी की बौछार कर उन्हें तितर-बितर कर दिया। इसमें से सैकड़ों नकाबपोश प्रदर्शनकारियों जिसमें कई छात्र भी शामिल थे, ने पलट-वार में पुलिस पर पेट्रोल बम, पत्थर और ईंटें फेंकीं। इस दौरान भागने में सफल हो गए जबकि दर्जनों घायल होकर गिर गए।
रात भर हुए विस्फोटों, धुएँ की लपटें, चिल्ला-हट और निरंतर गोलियां चलने से आसपास के क्षेत्र में अराजकता का माहौल हो गया है जहां सैकड़ों छात्र ज़मीन पर घायल और बेहोश पाए गए। इससे लोगों के मन में डर बैठ गया है। इन घटनाओं को लोग बीजिंग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों और चीनी सैनिकों द्वारा 1989 के तियानमेन स्क्वायर की तकरार की तरह याद कर रहे हैं।
इस मामले में 25 साल के धर्म शास्त्र के छात्र विंग लॉग का कहना है कि छात्रों में डर बहुत प्रबल हो गया है। इसी को रोकने के लिए हम सभी छात्र एक बार फिर इकट्ठा हुए हैं।
वहीं पुलिस ने इस मामले में अपनी सफाई देते हुए कहा है कि कैंपस के प्रदर्शनकारियों ने उत्तरी न्यू टेरिटरीज को कॉव्लून से जोड़ने वाले हाइवे के पास मलबा और पेट्रोल बम फेंका था, जिससे ट्रैफिक बहुत बढ़ गया। इसे रोकने के लिए आँसू गैस का इस्तेमाल किया गया।
लोकतंत्र समर्थक सांसदों की निंदा –
शहर के 24 लोकतंत्र समर्थक सांसदों ने एक संयुक्त बयान में पुलिस की निंदा की है और कहा है कि आँसू गैस के नॉनस्टॉप फ़ायरिंग ने परिसर को "युद्ध के मैदान" में बदल दिय|, जबकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने हांगकांग के युवाओं से बात करते हुए 1989 की त्रासदी की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए आग्रह किया है।
घटनास्थल पर मौजूद मेडिक्स ने बताया कि कम से कम 60 लोग घायल हो गए। वहीं हांगकांग के विश्वविद्यालय के छात्रों ने हार्ड हैट और गैस मास्क और परिसर में बैरिकेडिंग के साथ होम-मेड शील्ड्स, ईंटें और पेट्रोल बमों को इकट्ठा करने में अपना अधिकत्तर दिन बिताया। छात्रों ने परिसर में लगी बैरिकेडिंग को उखाड़ फेंका और पास में ही फ़ेस्टिवल वॉक शॉपिंग मॉल में लगे कांच के पैनलों को तोड़ दिया और एक विशाल क्रिस्मस पेड़ में आग लगा दी।
सेंट्रल प्रोटेस्ट -
इससे पहले एक दो दिनों में, 1,000 से अधिक प्रदर्शनकारियों जो कि ऑफ़िस के कपड़ों में और चेहरे के मुखौटे पहने हुए दोपहर के भोजन के दौरान सेंट्रल में रैली करते दिखे थे, दूसरे दिन कुछ प्रदर्शनकारी शहर की कुछ सबसे ऊंची गगनचुंबी इमारतों और सबसे महंगी रॉयल एस्टेंट के पास सड़कों को ब्लॉक करते थे। सभी प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आँसू गैस छोड़ी। इस दौरान पुलिस ने एक दर्जन से अधिक गिरफ्तारियां भी कीं और कई लोगों को लक्जरी ज्वैलर टिफ़नी एंड कंपनी की दीवार के पास पकड़ लिया।
पुलिस ने कहा कि नकाबपोश दंगाइयों ने उन्मादी कृतियों को अंजाम दिया था। उन्हों ने मेट्रो पटरियों और ओवरहेड बिजली लाइनों पर कचरा फेंका, साइकिल और अन्य मलबे को फेंका, पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश में यातायात को बाधिक किया है। टीवी फुटेज में दिखाया गया है कि एक्टिविस्टों ने भारी वस्तुओं को सड़कों और हाइवे पर ट्रैफिक के दौरान गिरा दिया जिससे एक मोटरसाइकिल चालक भी लापता हो गया है।
हॉन्ग कान्ग के मोंग कोक, टिन शुई वाई और ताई पो सहित कई जिलों में विरोध प्रदर्शन और सड़क जाम देर रात तक चला, जहां एक ट्रक में आग भी लग गई। हांगकांग के नेता कैरी लैम ने कहा कि प्रदर्शनकारी स्वार्थी थे और उन्होंने उम्मीद जताते हुए कि विश्वविद्यालय और स्कूल छात्रों इन प्रदर्शनों में हिस्सा नहीं लेने का आग्रह किया।
आज फिर होगा चक्का जाम -
अधिकांश विश्वविद्यालयों और कुछ स्कूलों ने कहा कि वे बुधवार को फिर से चक्का जाम और बंद करते हुए प्रर्दशन करेंगे। हॉन्गकॉन्ग जॉकी क्लब ने कहा कि हैप्पी वैली में सुरक्षा के एहतियात के तौर पर बुधवार से सभी ऑफ-बेटिंग सट्टेबाज़ी केंद्र भी बंद रहेंगे।
वरिष्ठ अधीक्षक कोंग विंग-चंग ने संवाददाताओं से कहा कि हमारा समाज एकदम टूटने के कगार आ खड़ा हुआ है।
घातक बल -
संयुक्त राज्य अमेरिका ने सोमवार को हांगकांग में "घातक बल के अनुचित उपयोग" की निंदा की और पुलिस और नागरिकों को समान रूप से स्थिति को आगे बढ़ाने के लिए कहा। बीजिंग में, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गैंग शुआंग ने ब्रिटेन और अमेरिका से आग्रह किया कि वे घुसपैठ न करें। उन्होंने कहा है कि हांगकांग के मामले विशुद्ध रूप से चीन के आंतरिक मामले हैं जो बिना किसी विदेशी हस्तक्षेप के अनुमति देते हैं।
चीन के हांगकांग और मकाओ मामलों के कार्यालय के प्रवक्ता यांग गुआंग ने कहा कि चीन ने पेट्रोल से आदमी की मौत और उसे आग लगाने की निंदा की। उन्होंने मांग की कि जिम्मेदार व्यक्ति को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए।