बॉलीवुड की खूबसूरत एक्ट्रेस स्मिता पाटिल जो अपनी आँखों से जादू करती थी और अपनी आंखो से ही सबकुछ कह दिया करती थी। आज यानि 17 अक्तूबर को स्मिता पाटिल का जन्मदिन है। स्मिता पाटिल का जन्म 17 अक्टूबर 1956 में हुआ था। इनके पिता शिवाजीराव पाटिल महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रह चुके है व माता एक सामाजिक कार्यकर्ता थीं। उनका नाम स्मिता रखने जाने के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है। असल में जन्म के समय उनके चेहरे पर मुस्कराहट देख कर उनकी मां विद्या ताई पाटिल ने उनका नाम स्मिता रख दिया। स्मिता पाटिल का फिल्मी सफर बहुत छोटा मात्र 10 साल का रहा लेकिन इन 10 सालों में उन्होंने फ़िल्मी दुनिया को जो कुछ दिया वो आज भी काबिले तारीफ हैं।
फ़िल्मी करियर का सफर
स्मिता ने अपने फ़िल्मी करियर को बहुत कम समय दिया क्यूंकि मात्र 31 साल की उम्र में वो दुनिया से अलविदा ले चुकी थी। हालाँकि उनका फ़िल्मी सफर केवल 10 साल का था लेकिन इस छोटे से करियर में लगभग 80 से ज्यादा फिल्में करके उन्होंने कई हिट फ़िल्में भी दी। भारतीय फिल्मों के इतिहास में स्मिता की कुछ फ़िल्में तो यादगार है और जो आज भी देखी जाती हैं जैसे ‘भूमिका’, ‘मंथन’, ‘मिर्च मसाला’, ‘अर्थ’, ‘मंडी’ और ‘निशांत’ आदि। उनकी कुछ फ़िल्में जैसे अमिताभ बच्चन के साथ ‘नमक हलाल’ और एक और अन्य फिल्म ‘शक्ति’ बहुत सुपरहिट हुई थी। उन्हें पहला नेशनल अवॉर्ड करियर शुरू करने के महज चार सालों के अंदर ही मिल गया था। साल 1977 में फिल्म 'भूमिका' के लिए नेशनल अवॉर्ड मिला जीतकर उनके कदम रुके नहीं और साल 1980 में फिल्म 'चक्र' ने उन्हें यह अवॉर्ड फिरसे दिलवाया। 1985 में पद्मश्री पुरस्कार भी हासिल किया। इसके अलावा पांच बार बेस्ट एक्ट्रेस का फिल्म फेयर अवॉर्ड भी उनकी झोली में आया था।
राज बब्बर और उनका रिश्ता
स्मिता पाटिल ना सिर्फ फिल्मों की वजह से बल्कि शादीशुदा राज बब्बर से अपने सम्बन्धों की वजह से भी चर्चा में रहीं। मौत के बाद भी उन्होंने चर्चा बटोरी।
स्मिता सिर्फ 31 साल की उम्र में दुनिया को छोड़ गईं थी। वैसे तो राज बब्बर की पहली शादी 1975 में नादिरा से हो चुकी थी प्यार हो गया था जिससे उन्हें 2 बच्चे हुए जूही और आर्य। फिल्म 'भीगी पलकें' के सेट पर राज बब्बर से हुई पहली मुलाकात में ही स्मिता राज को अपना दिल दे बैठी और साथ ही राज बब्बर भी उन्हें चाहने लगे। राज बब्बर ने स्मिता से शादी करने के लिए अपना घर और नादिरा को छोड़ दिया था। इसी दौरान राज ने नादिरा को छोड़कर स्मिता से शादी कर ली। स्मिता से राज बब्बर को एक बच्चा हुआ - प्रतीक बब्बर। प्रतिक के जन्म के 15 दिन बाद ही स्मिता का निधन हो गया। स्मिता के दुनिया से अलविद लेने के बाद राज बब्बर ने फिर से अपनी पहली पत्नी नादिरा को अपना लिया और उनके पास वापस लौट गए थे।
बेटे के जन्म और स्मिता की मौत की कहानी
उनका जन्म 17 अक्टूबर, 1955 को पुणे में हुआ था। लेकिन 31 साल की उम्र में उन्होंने 13 दिसंबर 1986 को दुनिया से अलविदा ले ली थी। स्मिता को डिलीवरी के समय वायरल इन्फेक्शन की वजह से ब्रेन इन्फेक्शन हुआ था। स्मिता की मौत से 15 दिन पहले ही यानी 28 नवंबर 1986 को प्रतीक बब्बर का जन्म हुआ था।अपनी मौत से एक दिन पहले स्मिता को फिल्म 'भीगी पलकें' के सेट पर राज बब्बर से हुई पहली मुलाकात,अपनी बड़ी .बहन अनिता और छोटी बहन मान्या के साथ बिताए पल, पुणे स्थित उनका घर और बरगद के पेड़ के नीचे खेलना आदि बहुत याद आया था। इस दिन शाम को वो राज बब्बर के साथ किसी शो पर साथ जाना चाहती थी लेकिन राज बब्बर ने उन्हें साथ में ले जाने से साफ इनकार कर दिया। राज बाबर के घर से निकलने से पहले ही स्मिता की हालत बिगड़ गयी और राज बब्बर घबरा गए। स्मिता को तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही वो अस्पताल पहुंचते-पहुंचते कोमा में चली गई थीं। हॉस्पिटल पहुंचकर डॉक्टर्स ने बताया कि वायरल इन्फेक्शन की वजह से स्मिता को ब्रेन इन्फेक्शन हो आज्ञा है और उनके दिमाग ने काम करना बंद कर दिया हैं। अगले दिन 13 दिसंबर को स्मिता ने दुनिया को अलविदा कह दिया। 15 दिन के बच्चे प्रतिक को हाथ में लिए राज बब्बर पूरी तरह टूट गए थे।
दुनिया को अलविदा कहने से पहले दुल्हन की तरह सजी थी स्मिता
जब स्मिता को यह अहसास हो गया था कि वो अब इस दुनिया को चोरकर जाने वाली है तो उन्होंने सबके सामने अपनी इच्छा जाहिर की। उन्होंने यह बताया कि मौत के बाद वो एक शादीशुदा की तरह सजधज कर जाना चाहती हैं। उनकी इस इच्छा का समानं करते हुए राज बब्बर और उनके परिवार वालों ने अमिताभ बच्चन के मेकअप आर्टिस्ट दीपक सावंत को इस काम को करने के लिए उन्हें तैयार किया था। स्मिता की मौत के बाद उनके शव को तीन दिन तक बर्फ में रखना पड़ा था, क्योंकि उनकी बहन अमेरीका में रहती थीं और उन्हें आने में समय लगा था। दुल्हन की तरह सजी धजी स्मिता ने 31 साल की उम्र में 13 दिसंबर 1986 को दुनिया से विदा ले ली थी।