वर्तमान स्थिति को देखते हुए अगर यह कहा जाए कि बीमारियाँ भी मनुष्य के साथ ही जन्म ले लेती हैं तो यह गलत नहीं होगा। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक हर कोई किसी ना किसी बीमारी से पीड़ित है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि कई बीमारियाँ ऐसी भी हैं जिनका इलाज बिना किसी डॉक्टर या दवाई के संभव है।
एक्यूप्रेशर कई वर्षों से चली आ रही एक ऐसी ही चिकित्सा तकनीक है जिसका इस्तेमाल हर तरह की छोटी-बड़ी बीमारियों को ठीक करने में किया जा सकता है। एक्यूप्रेशर पॉइंट्स को सही तरीके से दबाकर आप उन सभी बीमारियों से राहत पा सकते हैं जो उन पॉइंट्स से संबंध रखती हैं। हमारे शरीर के अलग-अलग अंगों में ऐसे कई पॉइंट्स मौजूद होते हैं।
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आइये जानते हैं कुछ ऐसे ही एक्यूप्रेशर पॉइंट्स और उन से जुड़ी बीमारियों के बारे में-
1) थर्ड आई पॉइंट (GV 24.5)- यह नाक के ऊपर माथे पर दोनों आईब्रो के बीच में पाया जाता है। इसे दबाने से थकान, सिरदर्द, आँखों के दर्द आदि में लाभ होता है। यह याद्दास्त बढ़ाने के लिए भी काफी उपयोगी है।
2) बिगर रशिंग (LV 3)- यह प्रेशर पॉइंट पैर के अंगूठे और बड़ी उंगली के बीच में थोड़ी पीछे की ओर मौजूद होता है। इसे दबाने से सिरदर्द, आँखों का दर्द और इम्युनिटी में फायदा होता है।
3) लंग 07 (LU 7)- यह पॉइंट हाथ और कलाई के जोड़ पर पाया जाता है। इसे दबाने से सर्दी, जुकाम, नाक बहना, गले का दर्द, छींक आना, गले की सूजन आदि में राहत मिलती है।
4) किडनी प्रेशर पॉइंट- यह प्रेशर पॉइंट पैर के तलवे में दूसरी और तीसरी उंगली के बीच पंजे के मध्य से थोड़ी ऊपर पाया जाता है। किडनी पॉइंट को दबाने से आप थकान और आलस को दूर भगा सकते हैं। यह शराब और ड्रग्स पर हमारे शरीर की निर्भरता को भी कम करता है। इन पॉइंट्स को कुछ देर दबाने के बाद छोड़ दें।
5) एब्डोमेन प्रेशर पॉइंट- यह नाभि से लगभग तीन सेंटीमीटर नीचे मौजूद होता है। इसे दबाने से पाचन क्रिया सुधरती है और कब्ज में राहत मिलती है। आपके शरीर में नयी ऊर्जा का प्रवाह भी होता है। दिन में कम से कम दो बार अपनी उँगलियों से इन पॉइंट्स पर मसाज करें। यदि आपका वजन बढ़ रहा है तो यह प्रेशर पॉइंट उसे नियंत्रित एवं कम कर सकता है।
6) इयर पॉइंट- यह कान के ऊपरी भाग में होता है। आप अपनी उंगली की सहायता से इसे आसानी से ढूढ़ सकते हैं। इसे एपेटाइट कण्ट्रोल पॉइंट भी कहते हैं। यह अत्याधिक खाने की आदत को काबू करता है। इसे दबाने से तनाव, नींद की बीमारी, घबराहट, धूम्रपान की लत आदि में भी फायदा होता है।
7) सी ऑफ़ ट्रेंक्वालिटी (CV 17)- यह प्रेशर पॉइंट छाती के बीचों-बीच मौजूद होता है। इसे दबाने से व्याकुलता, मिर्गी, तनाव आदि में राहत मिलती है।
8) ST 36- यह घुटनों के नीचे थोड़ी बगल में पाया जाता है। इसके दबाने से पेट दर्द, उल्टी, कब्ज, डायरिया, पेट फूलना आदि जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
9) इंसोम्निया और स्ट्रेस प्रेशर पॉइंट्स- यह पॉइंट्स खोपड़ी के नीचे दोनों कानों से लगभग एक उंगली की दूरी पर पाए जाते हैं। इन्हें दबाने से यह आँख दर्द, गर्दन दर्द, सिर का भारीपन, सिर दर्द, अनिद्रा जैसी बीमारियों में फायदा होता है।
10) पेरीकार्डियम (P6)- यह हथेली से तीन अंगुल की दूरी पर कलाई में दो नसों के बीच मौजूद होता है। यह अलग-अलग कारणों से उत्पन्न हुई जी मचलाने और उल्टी जैसी समस्याओं में राहत देता है। यह पेटदर्द, छाती के दर्द, सिरदर्द आदि में भी फायदेमंद है।
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