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पृथ्वी शॉ ने पहले टेस्ट में ही रचा इतिहास, 99 बॉल्स पर जड़ा शतक, तोड़ा ये रिकॉर्ड

नई दिल्ली: वेस्टइंडीज के खिलाफ गुरुवार को सौराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम में भारतीय क्रिकेट टीम के साथ टेस्ट मैच में डेब्यू करने वाले पृथ्वी शॉ ने पहले ही मैच में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की. पहले मैच में शतक जड़ उन्होंने अपना नाम भी शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाजों में शुमार कर लिया. बता दें, उनसे पहले केवल 3 ही ऐसे युवा बल्लेबाज रहे हैं जिन्होंने इतनी कम उम्र में शतक जड़ा हो.

वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में शतक लगाकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पृथ्वी ने पदार्पण टेस्ट मैच में शतक लगाने वाले युवा बल्लेबाजों की सूची में चौथा स्थान हासिल किया है. गौरतलब है कि पृथ्वी से पहले इस सूची में बांग्लादेश के क्रिकेटर मोहम्मद अशरफु, जिम्बाब्वे के हेमिल्टन मसकदजा और पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर सलीम मलिक का नाम शामिल है. अशरफुल ने कोलंबो में 17 साल की उम्र में श्रीलंका के खिलाफ पदार्पण टेस्ट मैच में शतक जड़ा था. इसके अलावा हेमिल्टन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 17 साल की उम्र में पहला टेस्ट शतक लगाया.

वहीं पाकिस्तानी क्रिकेटर सलीम ने श्रीलंका के खिलाफ कराची में 18 साल की उम्र में पदार्पण टेस्ट में शतक जड़ा था और पृथ्वी ने भी 18 साल की उम्र में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहला टेस्ट शतक लगाकर खुद के लिए इस सूची में स्थान हासिल कर लिया है. 

इसके अलावा उन्होंने सबसे तेजी से पहला टेस्ट शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में तीसरा स्थान प्राप्त किया है. पृथ्वी ने 99 गेंदों में अपना शतक पूरा किया था. उनसे पहले शिखर धवन ने 2013 में मोहाली में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 85 गेंदों में शतक लगाया था, वहीं दूसरे स्थान पर शामिल ड्वेन स्मिथ ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2004 में 93 गेंदों में अपना पहला टेस्ट शतक जड़ा था.

इतना ही नहीं वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने करियर का पहला शतक जड़ने वाले दूसरे सबसे युवा बल्लेबाज हैं. बता दें, इस सूची में सचिन तेंदुलकर का नाम पहले स्थान पर है. उन्होंने 17 साल की उम्र में इंग्लैंड के खिलाफ 1990 में मैनचेस्टर में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाया था.

पृथ्वी ने 18 साल की उम्र में करियर का पहला अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाया है. इस लिस्ट में दिग्गज खिलाड़ी कपिल देव तीसरे स्थान पर हैं. उन्होंने 1979 में दिल्ली में ही वेस्टइंडीज के खिलाफ 20 साल की उम्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहला शतक लगाया था. 

गौरतलब है कि पृथ्वी को इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम दो टेस्ट मैचों के लिए टीम में शामिल किया गया था, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिला. इसके बाद उन्हें वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में मौका दिया गया. उन्होंने इस मैच में 134 रन बनाकर स्वर्णिम शुरुआत की.

मैच से पहले थोड़ा नर्वस थे पृथ्वी शॉ 

पृथ्वी मैच से पहले थोड़ा नर्वस थे. उन्होंने एक हिंदी वेबसाइट से बात करते हुए कहा, ‘मैं शुरू में थोड़ा नर्वस था, लेकिन कुछ शॉट अच्छी टाइमिंग से खेलने के बाद सहज हो गया. इसके बाद मैंने किसी तरह का दबाव महसूस नहीं किया. मुझे गेंदबाजों पर दबदबा बनाना पसंद है और यही मैं कोशिश कर रहा था. मैंने कमजोर गेंदों का इंतजार किया.’