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केरल में हुआ पानी-पानी, लगभग 100 से ज़्यादा लोगों की मौत होने की आशंका, मौसम विभाग जारी किया ‘रेड अलर्ट’

कहते है कि जब कुदरत की मार पड़ती है तो दुनिया की कोई भी ताकत नही बचा सकती है। कुछ साल पहले जहां कुदरत ने उत्तराखंड में अपना कहर बरपाया था , वो व्यक्त करना भी बहुत भीषण है। और आज एक बार फिर से उत्तराखंड जैसा किस्सा केरल राज्य में दोहराया जा रहा है।

पूरे केरल राज्य में बरसात थमने का नाम नही ले रही है बल्कि मूसलाधार बरसात अब पूरे राज्य को अपनी जद में धीरे-धीरे ले रहा है। अभी तक राज्य में बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के चलते 100 लोगों को अपने आवेश में ले लिया। लगभग 1.5 लाख लोग राहत कैंपों  की शरण लिए हुए है।केरल राज्य के 12  ज़िलों में बाढ़ के भयंकर हालात बने हुए है।

मौसम विभाग के अनुसार अभी भी राहत के कोई आसार नही है बल्कि मौसम विभाग ने रेड अलर्ट भी जारी कर दिया।  केरल के मुख्यमंत्री  पिनराई विजयन ने पिछले दो दिनों में दो से अधिक बार देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से इस मुद्दे पर बातचीत की। साथ ही सीएम ने केन्द्र सरकार से हेलीकॉप्टर और अधिक सेना के तैनात होने की मांग की। जिससे राज्य को बचाने के अभियान में और अधिक सहायता प्राप्त की जा सकें।

मौसम विभाग ने राज्य के किन- किन स्थानों पर रेड अलर्ट जारी किया है और कब तक-

मौसम विभाग ने वायनाड, कोझिकोड, कन्नूर, कासरगोज, मलप्पुरम, पलक्कज, इडुक्की और एर्नाकुलम में आने वाले कुछ दिनों तक  के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया है। साथ ही तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, अलप्पुझा, पठनमित्ता, कोट्टायम, इडुक्की, एर्नाकुलम, थ्रिसूर और कोझिकोड में 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाओं का सामना करना पड़ रहा है जिससे भूस्खलन और मकान ढ़हने जैसी समस्याएं बनी है।

बाढ़ के चलते लोगों के लिए गहन समस्याएं-

  1. बाढ़ के चलते लोगों को पीने के लिए पानी नही मिल पा रहा है।
  2. बाढ़ और लगातार बारिश होने की वजह से बिजली नही रही है जिसकी वजह से मोबाइल चार्ज नही हो पा रहे इससे लोगों को एकदुसरे सें सम्पर्क साधने में ख़ासकर अधिकारियों द्वारा भी एक- दुसरे से बातचीत करने में दिक्कत रही है।
  3. सरकार द्वारा बाढ़ में फंसे लोगों तक पहुंचने में देरी के साथ और भी कई तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिससे दवाईयां और खाने-पीने का सामान भी बहुत मुश्किल से लोगों तक पहुंचाया जा रहा है
  4. बाढ़ की वजह से नदियों का पानी ओवरफ्लों हो रहा है, जिसकी वजह से कई जगहों के हाइवें पर भी पानी गया है।
  5. कोच्चि एयरपोर्ट पर पानी घुसने की वजह से कई फ्लाइटों को भी रद्द कर दिया गया है
   जहां पूरा केरल पानी-पानी हो रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ राजनैतिक पार्टियां भी इस मुद्दे पर राजनीति रोटियां सेकने में लगी हुई है। प्रत्येक राजनैतिक पार्टियों ने केन्द्र सरकार से राहत प्रदान करने की मांग की, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल में रही इस आपदा के लिए दुख व्यक्त किया । और साथ ही पूरे देश को लोगों से मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान देने के लिए  अपील भी की। मुन्नार में 83 पर्यटक बाढ़ और भूस्खलन के चलते बस में फंस गए। उधर मलमपुझा के वलियाकुड गांव में सेना ने 35 फीट लम्बा ब्रिज बनाकर 100  से अधिक लोगों का रेस्कयू किया। एनडीआरफ और नौसेना की टीमें भी राहत और बचाव का कार्य कर रही हैं। भारतीय नौसेना ने बताया कि उनकी 21 टीमें अलग- अलग इलाकों में काम कर रही हैं। आपकों बता दें कि पूरे केरल राज्य में पिछले 24 घंटों में 38.11 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि मानसू शुरू होने से अभी तक राज्य में 1806.64 मिली मीटर बारिश हो चुकी है।